तुम्हें पता भी हैं कितना बुरा हाल था उस भगवान से ज्यादा तुझे चाहा था तेरा ख्याल हमेशा मन में रहता था तुझे ही अपना सब कुछ माना था पर शायद मेरी ही गलती थी तुमने ही कभी मुझे अपना नहीं माना इसलिए तो बीच मँझधार में छोड़कर चली गई लेकिन अब मैं सब कुछ जानती हूँ तुम्हारे साथ रहना चाहती हूँ पर मुझे नहीं रहना तुम्हारे साथ अब मैं अकेला रहना सीख गई हूँ मगर क्या तुम मुझे अपनी यादों से निकाल पाओगी? हाँ, निकाल चुकी हूँ तुम्हें अपनी यादों से झूठ बोल रही हो तुम नहीं बोल रही झूठ अगर झूठ नहीं बोल रही तो मैं तुम्हारे सामने कैसे आई मुझे क्या पता? बस चली जाओ तुम यहाँ से। अचानक मेरी नींद खुली और दरवाजे की तरफ देखा पर उधर कोई नहीं था, सपना था शायद जिससे मैं आज भी भागती हूँ। सच बताने के लिए..... Second part. Beware from friends. #YQBaba #YQDidi #knockonthedoor #दरवाजेपरदस्तक #bewarefromfriends #realstory #myfriend