ZIndagi quotes in hindi शुरूआत तो झल्लेपन से हुई पर ठहरा खमोशी पर है कई दफ़ा टूटी हूँ मैं काँच के जैसे टुकडे टुकडे में पर हर एक को नगीना बक्त बना देता है रोई कब तक याद नही मुस्कान मेरी सबको याद रहती है बिन मंजिल जाने चल पड़ने वाली यह जिदंगी हर वक्त सफर में रहती है यह इश्क है जीने का जाने कब तक ज़वा है #NojotoQuote