फिर यूँ दूर करके पास मुझे बुलाते हो और मेरे होंठों को छूकर प्रेम रस से मुझे नहलाते हो मैं भीग जाऊँ जो फिर पिताम्बर ओढ़ाते हो पिताम्बर की भीक़री रज से माँग मेरी सजाते हो माँग सजाकर बाँके पिया मुझे जन्मो के लिए छोड़ जाते हो योवन सी इक कन्या को सनम फिर जोगन बना जाते हो #Radheradhe #Jogan #purelove