#OpenPoetry बाबुल के अंगना में नाजो पली उस अंगना से एक दिन चली बेटियां तो होती है पराई बिदाई बिदाई रीत ये कैसी है। बिन मां बाप के जग है सुना इनके बिना क्या जीना क्या मरना जब ये ना हो तो सारा जग लगेगा सुना प्यारे मम्मी पापा आप लोग यूं ही अपना आशीर्वाद देते रहना #OpenPoetry