मै जिन्दगी की सारी, सच्ची बात लिखता हूँ । मै शायरी नहीं, जिन्दा जज़्बात लिखता हूँ । यकीन नहीं तो आकर देख लो ... मै महोब्बत के सारे अहसास लिखता हूँ । शायरी का सहारा