बिखरी पड़ी हैं मेरे आंगन में मुन्तज़िर हूं किसी के मुबारक कदमों का आकर सहेज देगा इन पंखुड़ियों को बना देगा मेरे आंगन को महका हुआ गुलशन.... लम्हों की पंखुड़ियाँ #लम्होंकीपंखुड़ियाँ #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi