जरा सोच समझ के कहना, वरना बात बिगड़ जाएगी देखो। बात को इतना न खींचना, इतना न तानना, वरना टूट के बिखर जाएगी देखो। बात को सहेज के रखना, वरना बात फैल जाएगी देखो। ठीक है, मान लिया हमने इस बात को, माना कि हम थोड़े से टूटे थोड़े से बिखरे, पर सोच समझकर, सहेज कर रखी, इस एक बात को और बहुत सी बातें संभल गई देखो। #बातबिगड़जाएगी #handlethings #onethingcanchangeeverything #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine #yqbaba #grishmapoetry Collaborating with YourQuote Didi