उमंग चलती हूँ राह पर, हो कर बेखबर| सोचा था कुछ नया पाऊंँगी लेकिन जो खो गया उसे कैसे भुलाऊँगी| गर्व का अभिमान चूर हो रहा, सब कुछ आँखों से दूर हो रहा| हाथों को फैलाकर, मन को बनाकर हर खुशी पाने की चाह है, पर यह तो बहुत पथरीली रहा है| हुनर हम साथी हैं यह जान रही हूँ, धीरे-धीरे मान रही हूँ| बिखरे हुए सपनों को समेटकर दूर गगन में उड़ जाऊँंगी , वादा मैं यह अपना अवश्य निभाऊँंगी| आज नहीं तो कल मैं भी एक सितारा बन जाऊंँगी || #selfrespect #dreams #lost #aspirations #hope #yqbaba #yqdidi #yqhindi