कागज़ दिल चाहता है अहसास तेरा मगर उसें हम समझा देतें है रोज कोरें कागज पर लिखकर हम तेरा नाम जला देतें है ना हिम्मत होती है ख़त पूरा करनें की दिल के हर जज्बात को दिल में हीं दबा देतें है कहीं रह ना जाए याद तेरी दिल के किसी कोनें में इसलिए अपनी रुह को हम खुद हीं सता देते है #कागज #wod