बातों से बातें बनाए वो, दिल को भी दिल से मिलाए वो रातों को चन्दा सजाए वो, सूरज बन दिन में जगाए वो मेरी आँखों में बसता संसार वही है, सांसों की डोरी में सनता सार वही है कविताओं की धारा का आगार वही है, मेरे मन मंदिर का दिव उच्चार वही है #बात #रातकाअफ़साना #सौगात #सांस #मन #कविता #मंदिर #प्रेम