तुम तनहाइयां बख्शओगे.. मुझे वह भी मंजूर है.. बस कह देना दिल से दिल है चलो मान लिया धोखा ही था तुम्हारा इश्क सब झूठ था.. तू झूठ अपनी जुबान को कहने देते मैं खुश थी मुझे धोखे में ही रहने देते मेरी खुशियां उदास है कि तू कहां है. अरसा हुआ चांद खिला नहीं मेरे आसमान में तारों की आवाज है. तारों की आवाज है कि तू कहां है कि तू कहां है....🖋 #uh