चाहा हमने तुम्हें और यकीन किया तुम पर, खुद से भी ज्यादा। खुदा से मांगा दिन-रात तुम्हें और पूरा किया अपना हर वादा। निभाई सारी ही जिम्मेदारियां और फर्ज भी किये सारे हमने पूरे। ना किया कोई शिकवा ना शिकायत,अपने सपने भी छोड़े अधूरे। जाना ही था मुंह मोड़ कर दूर तो, दूर जाने की वजह भी बताते जाते। तड़पते न यूं तन्हाइयों में,समझा लेते हम खुद को,जो वजह जान जाते। #Contest16 (Hindi/उर्दू) 💌प्रिय लेखक एवं लेखिकाओं, कृपया अपने अद्भुत विचारों को कलमबद्ध कर अपनी लेखनी से चार चांँद लगा दें। 🎀 उपर्युक्त विषय को अपनी रचना में अवश्य सम्मिलित करें 🎀 6 पंक्तियों में अपनी रचना लिखें,