हमारा मन बहुत मायूस रहता हैं हमे ही नही पता क्यू ये बड़ी कसमकस में रहता है कोई उम्मीद नहीं कोई आश नही फिर क्यू ये उस ही तलाश में रहता है जितना हकीकत में आना चाहा उतनि ही कमसिन जिंदगी लगती हैं और बेजुबान अक्स फिर तूफ़ान ले आता है ओर दिल में एक अजीब सा दर्द उठ आता है मुझे इस उलझन से बाहर आना है और फिर वो तहेरिर दस्तक दे जाती हैं ©Khushbu mavar #Twowords ord #sayaei#love#indiaRohit falak khan chisti Karan Verma Amaanat Yasin Akram