मेरे जीवन साथी !!अगर किसी को भंवर से निकालना होगा!! !!तो अपने आप को पहेले संम्भालना होगा!! !!गमों की धुंध से खुद को निकालना होगा!! !!हमें नसीब का सिक्का उछालना होगा!! !!जो तुमको चाहिए ऐजाज़ सरफराज़ी का!! !!तो दोस्त ही नहीं दुश्मन भी पालना होगा!! !!करेगा क्या कोई इमदाद सब मुसाफिर हैं!! !!खुद अपने पांव का काटा निकालना होगा!! !!गुज़ारना है अगर वक्त चैन से अपना!! !!हमें ये दौर मुसीबत का टालना होगा!! !!हमारा कौन है दुश्मन हमें पता तो चले!! !!हमें नक़ाब से चेहरा निकालना होगा!! !!ना हम भी तेग निकालें नियाम से बाहर!! !!तुम्हें भी तीर को तर्कश में डालना होगा!! मौहम्मद इब्राहीम सुल्तान मिर्जा,,✒ 24/ #lifepartner