कभी घरों के चूल्हों को सड़कों पर बांटा जाता है। और कभी रोटी का टुकड़ा सौ सौ भूख मिटाता है।। ©कवि मनोज कुमार मंजू #चूल्हा #घर #रोटी #भूख #मनोज_कुमार_मंजू #मँजू #Sitaare