पार्ट - 2 हम तन्हा ही खुश थे लेकिन हमें उन्होंने महफ़िलो मे बैठाया. मेरी तरह उम्मीद ए वफ़ा थी हमें उनसे बदले मे दिल हमारा उन्होंने खूब दुखाया. मेरी तरह कभी कहते थे तुमसे मिले बिना दिन नहीं कटता है आज वही हमें तन्हा रहने कि सलाह देते हैं. मेरी तरह चलो माना, गलती हमारी थी जो हमने तुमसे प्यार किया लेकिन तुमने भी ये कब कहा कि, मुझे तुमसे प्यार नहीं. मेरी तरह पता नहीं सच्चे प्रेमियों का शायद यही अंजाम होता होगा दिल किसी और का शरीर किसी और का होता होगा. like and share