तेरी-मेरी बात तेरी मेरी बात बंद क्या हुई, लगता है की शरीर में जान ना रही, जन्मो जन्मो का रिश्ता जुड गया, तुम अब इस दिल में मेहमान ना रही, तू ही बता दे कहां जाऊं, हर जगह तेरी याद पीछा करती है, इतने आंसू बहाये है तेरे लीये की, सुखी आंखें हमारी पहचान ना रही। GAGGI teri meri baat....