मुझे जलन है उस इंसान से जो तुम्हारी आवाज़ सुन कर सोता होगा, क्या वो शख्स तन्हाई में भी तन्हा होता होगा..?? एक ख्वाब सुनता होगा एक ख्वाब देखता होगा और एक ख्वाब तू, क्या फिर वो तुम्हे अपनी बाहों में भरता होगा..?? मालूम हो रात सिमट गयी हो बाहों में गैर की तुम, क्या ऐसा कोई ख्याल उस पर कहर बन कर बरसता होगा..?? तुम्हारी यादों का बना कर बिस्तर उस बर बिछा कर हिज्र के शोले, क्या रात भर उनमें वो जलता होगा और फिर भी आने वाली रात को तरसता होगा..?? मुझे जलन है उस इंसान से जो तुम्हारी आवाज़ सुन कर सोता होगा।।। ©Ahmad mujhe jalan hai.. #mujhejalanhai