तो हक़ीक़त इसकी समझ जाओगे।। ग़मों से डूबी कितनी गहरी है ये। होगा सामना तो उभर नहीं पाओगे।। जैसे जैसे तज़र्बा बढ़ता जाएगा। तुम फिर इसका मज़ा ले पाओगे।। सुप्रभात। ज़रा ज़िन्दगी के समुंदर में उतरो, देखो कहाँ तक समुंदर है फैला... #ज़िन्दगीकासमुंदर #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi