जब सपनों की उड़ान की चाह होगी तब मानता हूँ,आसान नहीं राह होगी बिना किये मिला हैं क्या मिलेगा क्या थकने से दुनिया के लबों पे न वाह होगी सफर में यूँ अकेला हुआ तो क्या हुआ कोई हो न हो मेरी माँ को परवाह होगी कैसे न मिलेगा,क्यों न मिलेगा मंजिल सुनेगा खुदा,सच्ची लगन में जो आह होगी #Motivational#माँ#हिंदी#उड़ान