जब मनुष्य परमात्मा को ही जगत का सच्चा पालनकर्ता मान लेता है, तब उसके हृदय में स्वभावतः ही सब प्राणियों के लिए आत्मभाव का उदय होता है । वह समझने लगता है कि यदि मैं किसी जीव को कष्ट पहुंचाऊगा तो परमात्मा अवश्य मुझसे अप्रसन्न होगा। #parmatma #aadishakti