हिन्दुस्तान की शान और आन है हिंदी, भारत मां के माथे की बिंदी है हिंदी। जन-जन की वंदनीय है हिंदी, सारे भारतीयों के लिए मां सम है हमारी हिंदी। अलंकारों और रसों से सदा अलंकृत कभी श्रृंगार, कभी करुण रस में डूबी हिंदी। छंदों, दोहों से सदा सुशोभित सोरठा और रोला का भी ज्ञान कराती रहती हिंदी। असंख्य भारतीयों के भावों, विचारों, प्रेम, सद्भाव और एकजुटता की भाषा है हिंदी। मातृभाषा हिंदी हमारी, सुंदरता,सरलता व सौम्यता की खान और भंडार है हिंदी। वेदों का प्यार, गीता का सार, धर्म का आधार लिए प्राचीनतम भाषा है हिंदी। कवियों की वंदनीय, ऋषि मुनियों की संगिनी वैदिक और पावन भाषा है हिंदी। हिंदी की सुरीली वाणी, हमें लगे हरपल प्यारी, सभी लेखकों का अभिमान है हिंदी। हिंदी मेरी पहचान, हिंदी में बसती हमारी जान, हिंदी का हम सब करें सदा सम्मान। -"Ek Soch" 📌निचे दिए गए निर्देशों को अवश्य पढ़ें...🙏 💫प्रतिस्पर्धा में भाग लें "मेरी रचना✍️ मेरे विचार"🙇 के साथ.. 🥇"मेरी रचना मेरे विचार" आप सभी कवियों एवं कवयित्रियों का प्रतियोगिता:-०७ में हार्दिक स्वागत करता है..💐🙏🙏💐 🥈आप सभी ८ से १० पंक्तियों में अपनी रचना लिखें। विजेता का चयन हमारे चयनकर्ताओं द्वारा नियम एवं शर्तों के अनुसार किया जाएगा।