"ठिठुराए तन और मन को कोमल धूप का स्पर्श मिला जब मस्तिष्क में यादों की फुलवारी महक उठी तेरी बाँहों के 'हार-सा' एहसास तन-मन को दे गयी" मुनेश शर्मा मेरी✍️🌈 सुप्रभात। सुबह की कोमल धूप का स्पर्श मिलता है तो धरती खिल उठती है। #कोमलधूप #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi