वृक्ष हमारे मित्र है,विशेषता इनकी विचित्र है, इनके बिना अधूरा पर्यावरण जीवन चित्र है। धड़क रही हृदय में जो सांसे इन्हीं की देन है, पेड़ न हो जिस धरा पे वो धरा रहती मौन है। वृक्षों के जीवन सम्पूर्ण,पर उपकारी होता है, इनके त्याग के समक्ष हर बलिदानी छोटा है। वृक्षों ने है वसुधा को हरी चुनरिया ओढ़ाई है, इनके बूते पे ही बसंत बहारे लेती अंगड़ाई है। आज वृक्षों पर आधुनिकता का संकट आया, उजड़ रहे वन,वन्य जीवों पे खतरा मंडराया। JP lodhi 10/06/2021 ©J P Lodhi. #Trees #nojotowriters #Nojotonews #Nojotofilms #Nojotofaimly #nojototeam #Poetry