ये यादों का सैलाब अब ठहर क्यों नही जाता, जो एक बार गुजर चुका है,वो वक़्त गुजर क्यों नही जाता। लोगो को थककर घर जाते देख ये सवाल आया, कि मैं कभी थककर अपने घर क्यों नही जाता। #यादों का सैलाब #बेघर सांसें