किसी अपने ने हमसे पूछा , कि बताओ *तुम्हारा यार कैसा लगता है .?* तो हमने भी मुस्कुराते हुए कहा , कि पहली नजर के *प्यार जैसा लगता है ।।* मुसीबत में साथ होता तो , मात-पिता *परिवार जैसा लगता है ।।* जब भी मुस्कुराता है तो , सपना हुआ *साकार जैसा लगता है ।।* बिन मांगे मन्नत पूरी हो जाए , उस सच्चे *दरबार जैसा लगता है ।।* करतूतों की यादें लिए , सुनहरे *अखबार जैसा लगता है ।।* अच्छे दिन की गारंटी लिए , मोदी की *सरकार जैसा लगता है ।।* समाधानों की कई दुकानें लिए , खानदानी *बाज़ार जैसा लगता है ।।* फर्श से अर्श तक पहुंचा , सफल हुए *व्यापार जैसा लगता है ।।* गमों को गुम ही कर देवे , हास्य *किरदार जैसा लगता है ।।* बलायें घर बसर नहीं पाती , चौकन्ने *चौकीदार जैसा लगता है ।।* वफ़ा पे ग्रंथ लिख दे जो , वो *कलमकार जैसा लगता है ।।* कभी इजहार , कभी फनकार , कभी *गुलज़ार जैसा लगता है ।।* हां मेरा यार ऎसा लगता है , हां मेरा यार ऎसा लगता है ।। किसी अपने ने हमसे पूछा , कि बताओ *तुम्हारा यार कैसा लगता है .?* तो हमने भी मुस्कुराते हुए कहा , कि पहली नजर के *प्यार जैसा लगता है ।।* मुसीबत में साथ होता तो , मात-पिता *परिवार जैसा लगता है ।।*