मां गंगा इस lockdown में अब हम तुम्हारे सहारे है। सब कुछ है फिर भी कोई पास हमारे नहीं है। न जाने कब तक यूं ही बिताने पड़ेंगे समय अकेले हमें यहां। जल्द करो खत्म इस lockdown ताकि हम अपने घर जाये वहां। #lockdown😓 प्रवीण कुमार indira Gori Anshu hindhi shayari and poems