जुबा पर तहज़ीब मोहब्बतों के जाल में रहता हूं यारो मुझे फक्र है में भोपाल में रहता हूं चेहरे पर हँसी दिल मे गम है तुझे क्या पता में किस हाल में रहता हूं ना खाने की सूध ना सोने पता में हर वक़्त तेरे ख्याल में रहता हूं तू मांगती है तू मुझसे मेरी मोहब्बत का जबाव ? अरे पगली में तो तेरे सबाल में रहता हूं #bhopali