लेखक होना आम हो रहा है जो लिख भी नहीं सकता उसका नाम हो रहा है साहित्य को सींचने का जो बीड़ा उठाये हैं उनकी लाचारी में सुबह तंगी में शाम हो रहा है ।। ©Raju Saini #Rajusaini #rajushayri #sainishayri #shayaari #klam #BookLife