अन्याय आँखें बंद कर लेने से अन्याय समाप्त नहीं हो जाता है | अन्याय को समाप्त करने के लिए उसका पुरजोर विरोध करना पड़ता है | तभी समाज से अन्याय का अंत हो पाता है | वरना अन्याय दिनों-दिन बढ़ता ही चला जाता है | ©DR. LAVKESH GANDHI अन्याय # अन्याय सहना भी अपने आप पर अन्याय करने के बराबर है # #blindtrust