जब तुम नहीं थे अब तुम नहीं अच्छा था ....... सब सपना है ...... सावन का महीना सब पराये हुए अच्छा था ...... कोई नहीं अपना है ..... खामोशी में रहना खामोशी अब भी अच्छा था ....... अच्छी है ...... रातो को जगना मोहब्बत झूठी अच्छा था ....... जुदाई सच्ची है ..... Dr.Vishal Singh जब तुम नहीं थे... #तुमनहींथे #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi