कब तक जलें मोहब्बत की आग में कब मिलेगी हमें अपनी मंजिल कब तक चलें मोहब्बत की राह में कब मिलेगी हमें अपनी साहिल कब तक सहें दुनिया की जुल्म को,कब तक चुप बैठें हम कब तक सर झुकाए,कब तक करे सिर्फ रब से इबादत अब ऐलान कर ही देते हैं.... हाँ हमें है मोहब्बत,हाँ हमें है मोहब्बत..... इस जमाने की तानों को सुनकर, यूँ साथ नहीं छोड़ेंगे हम जब जब रोकेगी हमें ये दुनिया पाँव से बेड़ियाँ तोड़ेंगे हम कब तक प्रेम की कुर्बानी दें,कब तक लड़ें इस दुनिया से कब समझेंगे इस प्रेम को,कब होगी इन्हें प्रेम की आदत अब ऐलान कर ही देते हैं.... हाँ हमें है मोहब्बत,हाँ हमें है मोहब्बत..... ✍️ICB PRATAP INSTAGRAM|@MERI KALPANA HO TUM.. my Untold story....