आंखें बंद कर, और महसूस कर मुझे, तु घुली है मेरी सांसों में, ग़ज़ल की तरह ! क्या पढ़ूं और क्या सुनाऊं , जमाने को मेरी मोहब्बत तो है , मेरे खुदा की तरह ©Anwar Hussain Anu Bhagalpuri #मेरीमोहब्बत