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यहां मैखाने में लोग अपना गम भूलाते हैं, हर रोज़ अप

यहां मैखाने में लोग अपना गम भूलाते हैं,
हर रोज़ अपने दर्द की गाथा सुनाते हैं,
लड़खड़ा जाते हैं लोग जब दर्द हद से गुजर जाता है,
फिर क्यूं बेवजह इल्जाम शराब को लगाते हैं...

नशा तो खुद में है ऐसा जो जाता ही नही,
प्यार और पैसे का नशा भी तो सवार है कहीं
इन नशों के गम में भी डूबे चले जाते हैं,
फिर क्यूं बेवजह....

एक नशे में डूबकर जिंदगी तबाह किए जाते हैं,
फिर उसी नशे को मिटाने मैखाने चले जाते हैं,
खुद ही जिंदगी दाव पर लगाते हैं,
फिर क्यूं बेवजह...

संभल जाए खुद ही रास्ते में,तो कोई गम नहीं
एक नशे में टूटकर बिखर जाते हैं कहीं,
मैखाने में जाकर लगता है सुकून है यहीं,
और नशे में अपनी ही दुनियां मिटा जाते हैं
फिर क्यूं बेवजह..

नशा तो हर चीज में है यारों,
बेवजह ना इल्जाम शराब को लगाओ,
हर नशे के चंगुल से मुक्त हो जाओ,
वरना या फिर टूट जाओ, या हमेशा के लिए अलविदा कह जाओ...

©Chetna Dubey
  #love❤  #Life_Experiences #sad #emotions #motivation_for_life🤗#sharabishayar #lovelife💞 #loveuzindagi😘 

यहां मैंने शराब को एक नमूने के तौर पे लिया है,जो हमारी इस लेखनी का एक माध्यम है कि हम खुद गलती करते हैं और बेवजह इल्जाम किसी पर भी थोप देते हैं, इससे उसका कुछ नहीं जाता लेकिन हम खुद ही बिखर जाते हैं, प्यार, पैसा और शराब ये सब आज भी कायम हैं, पर वो इंसान तो नहीं मिलेंगे जिन्होंने खुद को इस गर्त में समाहित कर लिया।
हम कुछ भी करें यदि वो सीमित दायरे से बाहर हो गया तो फिर विनाश तय है, उसे कोई भी नहीं रोक सकता।
मेरी यह लेखनी हो सकता है आपको हास्यास्पद लगे पर इसमें जो बातें कही गई हैं उसपर गौर करें।
हमारी ज़िन्दगी बहुत अनमोल है, सुख और दुख दोनो ही हमारे साथ है, इसका मतलब ये नहीं जब सुख हो तो खुशियां मनाएं और दुख में खुद को तबाह कर ले, यानी कि नशे में चूर होकर खुद की ज़िंदगी ही उजाड़ दे, इसके बाद का क्या, हम तो चले जायेंगे, इल्जाम शराब को दे जायेंगे, लेकिन जो प्यार करते हैं हमसे उनका क्या, वो तो जीते जी मर जाएंगे।
 
ज़िन्दगी खुबसूरत है, हंसते मुस्कुराते रहे

love❤ #Life_Experiences #SAD #Emotions motivation_for_life🤗#sharabishayar lovelife💞 loveuzindagi😘 यहां मैंने शराब को एक नमूने के तौर पे लिया है,जो हमारी इस लेखनी का एक माध्यम है कि हम खुद गलती करते हैं और बेवजह इल्जाम किसी पर भी थोप देते हैं, इससे उसका कुछ नहीं जाता लेकिन हम खुद ही बिखर जाते हैं, प्यार, पैसा और शराब ये सब आज भी कायम हैं, पर वो इंसान तो नहीं मिलेंगे जिन्होंने खुद को इस गर्त में समाहित कर लिया। हम कुछ भी करें यदि वो सीमित दायरे से बाहर हो गया तो फिर विनाश तय है, उसे कोई भी नहीं रोक सकता। मेरी यह लेखनी हो सकता है आपको हास्यास्पद लगे पर इसमें जो बातें कही गई हैं उसपर गौर करें। हमारी ज़िन्दगी बहुत अनमोल है, सुख और दुख दोनो ही हमारे साथ है, इसका मतलब ये नहीं जब सुख हो तो खुशियां मनाएं और दुख में खुद को तबाह कर ले, यानी कि नशे में चूर होकर खुद की ज़िंदगी ही उजाड़ दे, इसके बाद का क्या, हम तो चले जायेंगे, इल्जाम शराब को दे जायेंगे, लेकिन जो प्यार करते हैं हमसे उनका क्या, वो तो जीते जी मर जाएंगे। ज़िन्दगी खुबसूरत है, हंसते मुस्कुराते रहे

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