जो व्यक्ति वास्तव में ध्यान करने वाला है वह खेलपूर्ण होगा जीवन उसके लिए मस्ती लीला और खेल है वह जीवन का परम आनंद लेता है वह गंभीर नहीं होता विश्रामपूर्ण होता है... -आचार्य रजनीश ©VED PRAKASH 73 #जीवन_धारा