आता है वक्त वापस , करने सबके कर्मों का हिसाब.. अपनी ज़िंदगी की हमने खुद ही लिखी है किताब.. जो आज सहा नहीं जा रहा,किसी को हमने भी बेवजह सहाया होगा, वर्ना.. वक्त को क्या पड़ा जो पुरानी बातों का यूं दे जाए जवाब..।। (bitter truth) ©Abhilasha Mishra #bitter_trurh #truth_of_our_life