जीवन में जो भी हो.. जैसा भी परिस्थिति क्यूँ ना हो.. आप हिम्मत मत हारना... क्यूँ की पुराणों में भी हुआ है अभी भी होगा.. जब रुक्मिणी का विवाह शिशुपाल से तय हुआ था.. रुक्मिणी ने अपने कृष्णा के लिए.. एक प्रेम पत्र एक ब्राह्मण के साथ भेज दिया था.. कृष्ण ने वो संदेशा पढ़कर.. रुक्मिणी से विवाह करने के लिए द्वारका से कुण्डीन्नपुर आए थे.. और अंत में कृष्णा और रुक्मिणी का.. विवाह सपन्न हुआ..❤️❤️ #lalithasai #myworld सुनो.. एक बात कहें आपसे.. एक अटूट विश्वास ही सब कामों में अवश्यक है.. पता है आपको.. कृष्णा और राधा कभी एक नहीं हो पाए कहते है.. मगर ये झूठ है.. सच क्या है मैं बतादू...