हम, भारत के लोग "हम, भारत के लोग, भारत को एक सम्पूर्ण प्रभुत्व - सम्पन्न, समाजवादी, पन्थ- निरपेक्ष, लोकतन्त्रात्मक गणराज्य बनाने के लिए तथा उसके समस्त नागरिको कों समाजिक, आर्थिक और २ाजनैतिक न्याय, विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतन्त्रता, प्रतिष्ठा और अवसर की समता प्राप्त कराने के लिए तथा उन सब में व्यक्ति की गरिमा और राष्ट् की एकता और अखण्डता सुनिश्चित करने वाली बंधुता बढ़ाने के लिए दृढ़ संकल्प होकर अपनी इस संविधानसभा में आज तारीख २० नवम्बर, 1949( मिति मार्गशीर्ष शुक्ला सप्तमी, संवत् दो हजार छः विक्रमी) को एतद् द्वारा इस संविधान को अंगीकृत अधिनियमित और आत्मार्पित करते।" नोट - संवैधानिक सलाहकार बी एन राव द्वार प्रस्ताव का प्रारूप तैयार किया गया था। संविधान की प्रस्तावना