झूले ======= पेड़ है तो झूले है बचपन की यादो मे हम आज झूमे है कहाँ गये वों दिन जब mobile नहीं था tv भी एक्का दुक्का घरों मे होता था, चित्रहार sunday को आता था tv देखने को लगता था घर मे झमेला, sunday को मोगली, महाभारत, रामायण और comedy serials का भी अलग मेला था, pco मे बात होती थी,स्कूल मे पढ़ाई और घर पर धूम मौजमस्ती और आपस मे लड़ाई होती थी खेलने को time ही time था, भूख भी खूब लगती थी अच्छी कसरत और आइसक्रीम, टिक्की, गोलगप्पो की पार्टी होती थी, कितने हॅसी थे वों दिन जब mobile ना था, झूले खाने के लिए line होती थी, वों दिन कही खो गए अब, सब कुछ बदल गया, सब लोग अपने मे ही सीमित हो गये, घरों मे कैद हो गये जब से कोरोना की मार हो गई, कितनी जिंदगीयाँ सुहा हो गई, आगे जाने क़्या होगा, कौन जिएगा कौन मरेगा ज़िन्दगी एक सवाल हो गई 🤔🙄🙏🏼 ©Pooja Udeshi #jhula #bachpan बचपन, झूले #Tv #TVMemories #Childhood