a-person-standing-on-a-beach-at-sunset एक ओर हरि हैं, तो दूसरी ओर घोर अंधकार, काम, क्रोध, लोभ, मोह और अहंकार। चुनाव मेरा है, और मुझे हरि को चुनना है, क्योंकि मैंने सुना है कि हरि की भक्ति के बिना ज्ञान नहीं होता। एकतः हरिः, अपरपक्षे च अत्यन्तं तमः कामः क्रोधः, लोभः, आसक्तिः, अहंकारः च मम एव, मया हरिः चिन्वितव्या, यतः मया श्रुतं यत् हरिं विना स्यात् न भक्तिः विवेकः वा। On one side is Hari, and on the other side is deep darkness, lust, anger, greed, attachment and ego. The choice is mine, and I have to choose Hari, because I have heard that without devotion to Hari there is no wisdom. Dhanywaad Har Har Mahadev ©Mohan raj #Life Lessons एक ओर हरि हैं, तो दूसरी ओर घोर अंधकार, काम, क्रोध, लोभ, मोह और अहंकार। चुनाव मेरा है, और मुझे हरि को चुनना है, क्योंकि मैंने सुना है कि हरि की भक्ति के बिना ज्ञान नहीं होता।