Nojoto: Largest Storytelling Platform

बेतुकी बातों वाली मोहब्बत..... (अक्सर प्यार शुरू

बेतुकी बातों वाली मोहब्बत.....

(अक्सर प्यार शुरू बेतुकी बातों से ही होता है....और फिर उन्हीं बातों को करने के लिए रोज तड़पता है....और उसे खबर भी नहीं होती की प्यार कर बैठा है....
कुछ ऐसी ही कहानी है .....चलिए साथ पढ़ते है......) बेतुकी बातों वाली मोहब्बत..। 

ये कहानी शुरू होती है कुछ उन बातों से जिनसे बेतुकी कोई बात नहीं होती पर वही बेतुकी बात बार बार करने को मन जब दोहराने लगता है तो उसे खबर भी नहीं लगती की कब मोहब्बत से टकराने लगता है..। 

प्रीति एक 17 साल की चुलबुली सी लड़की जिसको गोलगप्पे खाना, घूमने जाना, माँ से कभी कभी बहाने बनाना पसंद था... उसे दिल की कहने की आदत थी और बेधड़क बात करने की भी .....पर उसे रुकने की भी आदत थी, उसे घबराने की भी आदत थी, उसे प्यार करने की भी आदत थी, ...पर उसे ये सब की खबर नही थी बस.... इसीलिए 
तो इस 17 साल की लड़की के दोस्त तो बहुत थे जिनके साथ ये हसती, गाती थी, मस्ती करती थी, पर इस उमर में सबको बहुत कुछ महसूस होने लगता है और अब जमाना फास्ट है तो उसके सब दोस्तों को सबसे ज्यादा प्यार महसूस हो रहा था पर इसे ये फास्ट वाला प्यार हो नही रहा था क्यों की ये ऐसे सोचती नही थी...तो ये अकेली हो जाती थी अक्सर जब दोस्तों का प्लान दोस्तों से मिलने का नहीं होता था.., और ये साल बोर्डस के साल थे तो सबने समझाया था की इस साल बस पढ़ाई करनी है, तो प्रीति social media पर active नहीं रहती थी, वैसे भी वहाँ भी तो उसके कुछ वही सब दोस्त थे जो आस पास थे... तो एक रोज यूंही बैठी थी अकेली और पढ़ाई करके bore हो चुकी थी, उसे लगा चलो यूंही fb पर चलते है, बहुत पढ़ लिया आज के लिए और फिर fb login हुआ और फिर वही सब वीडियोज़ लाइक शेयर funny videos etc etc और थोड़ी देर बाद वो फिर bore हो गई और उसी समय उसे एक random सा मैसेज आया.... 
उसने देखा तो वो कोई दोस्त नहीं था प्रीति का और लिखा था “हैलो”... 
फिर प्रीति ने जवाब नहीं दिया और फिर एक मैसेज आया “हैलो, मैं सिद्धार्थ”..
बेतुकी बातों वाली मोहब्बत.....

(अक्सर प्यार शुरू बेतुकी बातों से ही होता है....और फिर उन्हीं बातों को करने के लिए रोज तड़पता है....और उसे खबर भी नहीं होती की प्यार कर बैठा है....
कुछ ऐसी ही कहानी है .....चलिए साथ पढ़ते है......) बेतुकी बातों वाली मोहब्बत..। 

ये कहानी शुरू होती है कुछ उन बातों से जिनसे बेतुकी कोई बात नहीं होती पर वही बेतुकी बात बार बार करने को मन जब दोहराने लगता है तो उसे खबर भी नहीं लगती की कब मोहब्बत से टकराने लगता है..। 

प्रीति एक 17 साल की चुलबुली सी लड़की जिसको गोलगप्पे खाना, घूमने जाना, माँ से कभी कभी बहाने बनाना पसंद था... उसे दिल की कहने की आदत थी और बेधड़क बात करने की भी .....पर उसे रुकने की भी आदत थी, उसे घबराने की भी आदत थी, उसे प्यार करने की भी आदत थी, ...पर उसे ये सब की खबर नही थी बस.... इसीलिए 
तो इस 17 साल की लड़की के दोस्त तो बहुत थे जिनके साथ ये हसती, गाती थी, मस्ती करती थी, पर इस उमर में सबको बहुत कुछ महसूस होने लगता है और अब जमाना फास्ट है तो उसके सब दोस्तों को सबसे ज्यादा प्यार महसूस हो रहा था पर इसे ये फास्ट वाला प्यार हो नही रहा था क्यों की ये ऐसे सोचती नही थी...तो ये अकेली हो जाती थी अक्सर जब दोस्तों का प्लान दोस्तों से मिलने का नहीं होता था.., और ये साल बोर्डस के साल थे तो सबने समझाया था की इस साल बस पढ़ाई करनी है, तो प्रीति social media पर active नहीं रहती थी, वैसे भी वहाँ भी तो उसके कुछ वही सब दोस्त थे जो आस पास थे... तो एक रोज यूंही बैठी थी अकेली और पढ़ाई करके bore हो चुकी थी, उसे लगा चलो यूंही fb पर चलते है, बहुत पढ़ लिया आज के लिए और फिर fb login हुआ और फिर वही सब वीडियोज़ लाइक शेयर funny videos etc etc और थोड़ी देर बाद वो फिर bore हो गई और उसी समय उसे एक random सा मैसेज आया.... 
उसने देखा तो वो कोई दोस्त नहीं था प्रीति का और लिखा था “हैलो”... 
फिर प्रीति ने जवाब नहीं दिया और फिर एक मैसेज आया “हैलो, मैं सिद्धार्थ”..
seemasharma7192

Seema Sharma

New Creator