कहां ढूंढे उस सुकून को जो मां की गोद में मिला करती थी कैसे खाए उस निवाले को जो मां अपने हाथों से खिला या करती थी किस के कानों में बतियाए वह बातें जो हमारे दिन भर के कारनामों को सुना करती थी ❤️❤️ कहां से लाए वो आंचल जो हमारा मुंह पोछा करती थी कहां ढूंढे वह दीवार जो हर मुश्किल में हमसे आगे खड़ा हो जाया करती थी happy mothers day ❣️ ## #MothersDay2021 sameer