एक झलक' जिन्दा है शाहजहाँ की चाहत अब तक गवाह है मुमताज़ की उल्फत अब तक जाके देखो ताजमहल को ए दोस्तों पत्थर से टपकती है मोहब्बत अब तक SunnychauhaN #jhalak aaao kabhi agra