"पर जो इश्क की आग में जला... उसे बेइंतहा "जन्नत-ए-सुकूँ" मिला...!" शाम से दिल का ये आलम है तो जाने सुबह तक क्या होगा! #सुबहतक #collab #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #प्रवासी #pravasi #yqbaba #bestyqhindiquotes YourQuote Bhaijan YourQuote Baba