मेरी रूह को तेरी रूह से यूँ बाधा था, जैसे मेरी जिस्म का तु एक अक्स आधा था, मोहब्बत में पाया बहुत मैंने तुमसे दिलबर, जो रह गया वो बस तु ही रह गया दिलबर, पाकर सब कुछ भी मैं बस खाली रही कही, तेरे साथ रहते हुए भी अजनबी रहीदिलबर कही, मेरी मोहब्बत ने तो तुमको हँसना सिखाया था, फिर क्यो मेरे हिस्से में अश्को का काफिला आया था, जी तो रही हूँ मैं पर अंदर से टूटती रही, मेरी ही रूह मेरे जिस्म का साथ छोड़ती रही। #yorquotedidi #कोराकाग़ज़