पल्लव की डायरी टूटी फूटी रह गयी कमाई,आसमान चढ़ गयी महँगाई राशन में फूंक गयी, महीने भर की कमाई ढेला नही बचत हाथ मे, किया हिसाब किताब लगाई उजड़ गयो हमारो घर संसार हाय लग जाये, ऐसी सरकार को जो छीन कर, जेब काट रही बेगुनाहों की नये भारत मे दो अमीरो की बढ़ रही कमाई जनता की तो जान पर अब बन आयी वेक्सीन के बदले में,रोज डीजल पेट्रोल बढ़ाई सिलेंडर और सरसों के तेल से तबाही गरीबन में बढ़ाई चूल्हे को देखकर रोज गाली दे रही लुगाई प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #LifeCalculator चूल्हे को देखकर रोज गाली दे रही लुगाई #LifeCalculator