एक अदद ख़ामोशी भी चुभती है क्यों शहतीर सी उसका क्या जो एक अरसे का सन्नाटा हमपे बीता है वो बारिशों का दौर वो ख़्वाब बूँद-बूँद रीता है बेदिल वही एक मौत ये दिल बार-बार जीता है #talkingtothemoon