छोटे से रेशेदार कम्बल को, हाथो से जकड़े, दाँत से पकड़े यहाँ वहा आँगन में घूमती सर पे हाथ बाबा का, दुनिया जिसकी माँ के ईर्द गिर्द घूमती वो छोटी सी बच्ची..... सामान - खिलौना फेंकते उसके नन्हे से हाथ कब घर सजाने-संजोने लगे मालूम ना हुआ, चेहरे पर सादगी, चाँद सी आभा उस सा ना कोई मासूम हुआ वो छोटी सी बच्ची.... वो नादानियाँ, शैतानियां, मनमानियां मुस्कुराहटें, सिसकियां, सब बिसरी कहानी हो गयी वो छोटी सी बच्ची आज सयानी हो गयी । ©Pawan Shah #littlesister #SisterLove #newlifejourney #newbeginning #Blessed #PARENTS