कभी सोचा ही नहीं ना था तुमसे कभी बिछड़ जायेंगे हम तुमने भी क्यों सोचा नहीं इस तरह कैसे जी पाएंगे हम जिन राहों में तेरा साथ न हो , कैसे वो रास्ते अपने बनाएंगे हम तुम्हे तुम्हारी खुशी मुबारक कबूल है मुझे ये बेरुखी तेरी बदनाम ना हो मोहब्बत अपनी जमाने से आंसू अपने छुपा लेंगे हम ।। ©Suvash Ghosal from jalte ansu #शायरी #Poetry #poem #writer #Love #जलते.आंसू #lonely