Nojoto: Largest Storytelling Platform

बाहर कितनी भी रोशनी हो, जबतक भीतर का उजाला साथ न द

बाहर कितनी भी रोशनी हो,
जबतक भीतर का उजाला साथ न दे
हर तरफ रात ही नजर आती है।

©"परवरिश कल की"
  #परवरिश #parwarish